🙏🙏🙏🙏🙏 दोस्तों आज हम आपको studynewjobschemes.com के माद्यम से ग्रामीण विकास मंत्रालय, ग्रामीण उद्द्म वेग वृद्धि परियोजना (रीप परियोजना )एवं कृषि परियोजना के तहत विकास खंड काशीपुर में 4 दिवसीय “जलवायु आधारित कृषि” प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया यह “जलवायु आधारित कृषि” प्रशिक्षण कार्यशाला 07 फरवरी 2024 से आरम्भ की गयी
विकास खंड काशीपुर में क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया | जिसमें जिला स्तर से सहायक वेल्यू चैन बिनवाल जी, विकास खंड काशीपुर से सहायक प्रसार कृषि एवं पशुपालन “जलवायु आधारित कृषि”
चेतन जी क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर एवं आजीविका समन्वयक व मूल्यांकन के द्वारा यह बताया गया की जलवायु परिवर्तन सतत विकास के लिए एक बड़ा ख़तरा बन गया है। जलवायु परिवर्तन के अपेक्षित प्रभाव दुनिया को खिलाने के लिए कृषि क्षेत्रों की क्षमता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं और भूख, कुपोषण और गरीबी उन्मूलन की दिशा में प्रगति को गंभीर रूप से कमजोर कर सकते हैं। तेजी से बदलती पर्यावरणीय परिस्थितियों की संभावना के लिए कृषि क्षेत्रों को तैयार करने के लिए कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता है। चूंकि वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैस के संचय के लिए कृषि क्षेत्र आंशिक रूप से जिम्मेदार हैं
अनुश्रवण एवं वित्त सहायक आसिम सज्जाद जी के द्वारा एग्रीकल्चर तथा रीप परियोजना के बारे में बताया गया जिसमें समस्त रीप स्टॉफ व Cluster Level Federation स्टॉफ मौजूद रहें और महिलाओं द्वारा रीप परीयोजना के बारे में व कार्यशाला के बारे मे अपना फीड बैक दिया गया ।
सन्देश ” जलवायु-स्मार्ट कृषि परिवर्तन के अनुकूल होने के बारे में नहीं है; यह हमारे ग्रह के लिए एक स्थायी भविष्य बनाने के लिए नवाचार को अपनाने के बारे में है”
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